ॐ गं गणपतये नमो नम: मंत्र लिरिक्स
प्रकाशित: 23 Apr, 2025
गणगौर पुज ल्यो सज धज संवर कर, म्हारी बैंनडयां।
रहो सदा सुहागन ,ईशर वर मिल्सी थाने बैंनडयां।
अब देर करो ना, सोलह सिंगार करके निसरो।
गणगौर पुज ल्यो सज धज संवर कर, म्हारी बैंनडयां।।
पानी पिलाओ पीपल ने थे, मोली बांधो जाए।
पानी पिलाओ पीपल ने थे, मोली बांधो जाए।
दीप जलाओ भाव से ,थारो सुखी रहे संसार।
गणगौर पुज ल्यो सज धज संवर कर, म्हारी बैंनडयां।
अब देर करो ना, सोलह सिंगार करके निसरो।
गणगौर पुज ल्यो सज धज संवर कर, म्हारी बैंनडयां।।
काजल मेहंदी हिंगलु री, थे देओ टिकी सात।
काजल मेहंदी हिंगलु री, थे देओ टिकी सात।
देओ परिक्रमा पीपल रे ,कहो सहाय करो मेरी मां।
गणगौर पुज ल्यो सज धज संवर कर, म्हारी बैंनडयां।
अब देर करो ना, सोलह सिंगार करके निसरो।
गणगौर पुज ल्यो सज धज संवर कर, म्हारी बैंनडयां।।
ईशर और गणगौर री जोड़ी, साग पूजो आज।
ईशर और गणगौर री जोड़ी, साग पूजो आज।
भोग लगाओ प्रेम सु ,थारो बरत सफल हो जाए।
गणगौर पुज ल्यो सज धज संवर कर, म्हारी बैंनडयां।
अब देर करो ना, सोलह सिंगार करके निसरो।
गणगौर पुज ल्यो सज धज संवर कर, म्हारी बैंनडयां।।
लखन चौधरी गीत लिखे हैं, सुनीता स्वामी गाय।
गणगौर ने पूजने सु , थारो अमर होवे सुहाग।
गणगौर पुज ल्यो सज धज संवर कर, म्हारी बैंनडयां।
अब देर करो ना, सोलह सिंगार करके निसरो।
गणगौर पुज ल्यो सज धज संवर कर, म्हारी बैंनडयां।।
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प्रकाशित: 23 Apr, 2025
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