गिरधारी आज मायरो भर दे नेनी बाई को | Nani Bai Ko Mayro Bhajan Lyrics In Hindi
प्रकाशित: 17 Jun, 2025
करता हु में वंदना,
नत सिर बारम्बार।
तुझे देव परमात्मन ,
मंगल शिव शुभकार।
अंजलि पर मस्तक किये ,
विनय भक्ति के साथ।
नमस्कार मेरा तुझे ,
होवे जग के नाथ।
दोनों कर को जोड़ कर ,
मस्तक घुटने टेक।
तुझको हो प्रणाम मम ,
शत शत कोटि अनेक।
पाप हरण मंगल करण ,
चरण शरण का ध्यान।
धार करू प्रणाम ,
में तुमको शक्ति निधान।
भक्ति भाव शुभ भावना ,
मन में भर भरपूर।
श्रद्धा से तुझको नमु ,
मेरे राम हजूर।
ज्योतिर्मय जगदीश है ,
तेजो मय अपार।
परम पुरुष पावन परम ,
तुझको हो नमस्कार।
सत्यज्ञान आनंद के ,
परम धाम श्री राम।
पुलकित हो मेरा तुझे ,
होवे बहु प्रणाम।
🌿 Karata Hu Main Vandana 🌿
✨ Karata Hu Main Vandana,
Nata sir barambar.
Tujhe Dev Paramatman,
Mangal Shiv Shubhkar. 🙏✨
🌸 Anjali par mastak kiye,
Vinay bhakti ke saath.
Namaskar mera tujhe,
Hove Jag ke Nath. 🌞🌿
👐 Dono kar ko jod kar,
Mastak ghutne tek.
Tujhko ho pranam mam,
Shat shat koti anek. 💖🌺
🔥 Paap haran mangal karan,
Charan sharan ka dhyan.
Dhaar karu pranam,
Main tumko shakti nidhan. 🔱✨
💞 Bhakti bhav shubh bhavna,
Man mein bhar bharpoor.
Shraddha se tujhko namu,
Mere Ram Hajoor. 🌿🕉️
🌟 Jyotirmay Jagdish hai,
Tejomay apaar.
Param Purush paavan Param,
Tujhko ho namaskar. 🙌💖
💫 Satya gyaan anand ke,
Param Dham Shri Ram.
Pulkith ho mera tujhe,
Hove bahu pranam. 🙏🌼
📜 Jai Shri Ram! 🚩✨
यह एक भक्तिपूर्ण वंदना है जिसमें कवि ने प्रभु श्रीराम को श्रद्धा, भक्ति और नम्रता से स्मरण किया है। इसमें भगवान को मंगलकर्ता, पाप हरण करने वाले, तेजोमय, ज्ञान और आनंद के स्वरूप के रूप में प्रस्तुत किया गया है। हर चरण में समर्पण का भाव है — जहाँ भक्त झुक कर, हाथ जोड़कर, मन और वचन से प्रभु का स्मरण करता है।
"करता हूँ मैं वंदना..." – मैं बार-बार सिर झुकाकर ईश्वर की वंदना करता हूँ जो मंगलकारी और शिवस्वरूप हैं।
"अंजलि पर मस्तक किये..." – विनयपूर्वक हाथ जोड़कर, सिर झुकाकर प्रभु को प्रणाम करता हूँ।
"पाप हरण मंगल करण..." – प्रभु जो पापों का नाश करते हैं, और मंगलकारी हैं, उनके चरणों में मेरा ध्यान और समर्पण है।
"श्रद्धा से तुझको नमु..." – मैं पूर्ण श्रद्धा से प्रभु श्रीराम को प्रणाम करता हूँ, जो मेरे जीवन के आराध्य हैं।
1. यह भजन किसे समर्पित है?
👉 यह भजन प्रभु श्रीराम को समर्पित है, जिन्हें परम पुरुष, आनंद स्वरूप और शक्ति के स्रोत के रूप में प्रस्तुत किया गया है।
2. इस भजन का उद्देश्य क्या है?
👉 यह वंदना आत्मा की प्रभु के प्रति श्रद्धा, नम्रता और समर्पण को प्रकट करने के लिए लिखी गई है।
3. क्या इस भजन को पूजा या ध्यान के समय गा सकते हैं?
👉 हाँ, यह भजन पूजा, ध्यान, या किसी धार्मिक अवसर पर भावपूर्वक गाया जा सकता है।
4. इसे किस राग में गाया जा सकता है?
👉 यह भजन राग यमन या राग भैरव जैसी शांत और मधुर रचनात्मक रागों में प्रस्तुत किया जा सकता है।
5. क्या यह बच्चों को भी सिखाया जा सकता है?
👉 बिल्कुल, इसकी भाषा सरल और संस्कारयुक्त है, जिससे यह बच्चों को भक्ति के मार्ग से जोड़ने के लिए उत्तम है।
"करता हूँ मैं वंदना" सिर्फ शब्दों का संयोजन नहीं, यह आत्मा की पुकार है, प्रभु से एक सजीव संवाद है। जब हम इस भजन को पढ़ते या गाते हैं, तो जैसे हमारे भीतर का परमात्मा जागृत हो उठता है।
🕉️ जय श्रीराम! 🙏
प्रकाशित: 17 Jun, 2025
प्रकाशित: 17 Jun, 2025
प्रकाशित: 17 Jun, 2025
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