गिरधारी आज मायरो भर दे नेनी बाई को | Nani Bai Ko Mayro Bhajan Lyrics In Hindi
प्रकाशित: 17 Jun, 2025
चंचल मन निशदिन भटकत है हिंदी भजन लिरिक्स
चंचल मन निशदिन भटकत है
एजी भटकत है भटकावत है ॥ टेक ॥
जिम मर्कट तरु ऊपर चढकर डार डार पर लड़कत है ॥
रुकत जतन क्षण विषयन तें फिर तिनही में अटकत है ॥
काच के हेत लोभकर मूरख चिंतामणि को पटकत है ॥
ब्रम्हानंद समीप छोडकर तुच्छ विषय रस गटकत है ॥
प्रकाशित: 17 Jun, 2025
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