म्हारी लगी राम से प्रीत राणा जी करमा रो संगाती कोई भी नहीं भजन लिरिक्स
रति नाथ भजन
म्हारी लगी राम से प्रीत
राणा जी करमा रो संगाती कोई भी नहीं
राणा जी करमा रो संगाती कोई भी नहीं
एक माता का दोय लाडला जी
ज्याका न्यारा न्यारा भाग
एक क सिर पर क्षत्र फिर
दूजो भिक्षा मांग र खाय (करमा रो संगाती कोई भी नहीं)
ज्याका न्यारा न्यारा भाग
एक क सिर पर क्षत्र फिर
दूजो भिक्षा मांग र खाय (करमा रो संगाती कोई भी नहीं)
एक गऊ का दोय बाछड़ा
ज्यारा न्यारा न्यारा भाग
एक तो शिव जी को नांदियो बणे
दूजो बिणजारा को बैल (करमा रो संगाती कोई भी नहीं)
ए
ज्यारा न्यारा न्यारा भाग
एक तो शिव जी को नांदियो बणे
दूजो बिणजारा को बैल (करमा रो संगाती कोई भी नहीं)
ए
क माटी का दोय घडकला
ज्यारा न्यारा न्यारा भाग
एक तो शिव जी के जल धारा चढ़े
दूजो श्मशाणा म जाय (करमा रो संगाती कोई भी नहीं)
ज्यारा न्यारा न्यारा भाग
एक तो शिव जी के जल धारा चढ़े
दूजो श्मशाणा म जाय (करमा रो संगाती कोई भी नहीं)
मीरां तो जलमी मेड़त रे
यो तो राणों गढ़ चितोड़
मीरां तो जलमी मेड़ते रे
बाने बेकुंठा का बास
(करमा रो संगाती कोई भी नहीं)
यो तो राणों गढ़ चितोड़
मीरां तो जलमी मेड़ते रे
बाने बेकुंठा का बास
(करमा रो संगाती कोई भी नहीं)
WhatsApp Group
Join Now
Telegram Group
Join Now
