गले से लगा लो ना साँवरिया | Gale Se Laga Lo Na Sawariya Lyrics in Hindi
प्रकाशित: 16 May, 2025
भजन:- बांसुरी
तर्ज – बाईसा रा बीरा जयपुर
कृष्ण-ओ !राधा म्हाने सांचो बताओ जी
कुण बेरण ले गई बा म्हारी बांसुरी ।
राधा सांवरिया प्यारा म्हे नहीं जाणांजी,
कुण बैरण ले गई बा थारी बांसुरी ।
कृष्ण-ओ ! राधा थांने काई बतावां जी-२
हिवड़े सू भी ज्यादा लागे प्यारी बांसुरी ।
राधा-सांवरिया प्यारा मधुवन चालां जी-२
घणी हो ल्यावां बांसां री बांसुरी ।
कृष्ण-ओ ! राधा म्हारो जी ना जलावो जी-२
थे ल्यादो बा म्हारी मनड़ा री बांसुरी ।
राधा-सांवरिया म्हाने भोत सताया जी-२
म्हारो मनड़ो ललचायो बैरण थारी बांसुरी ।
कृष्ण-ओ ! राधा थांने कदै ना सतावां जी-२
म्हाने सोगन है थारी ल्यादो म्हारी बांसुरी ।
राधा-थारी बंसी कितरो, नाच नाचयो जी-२
सारा जुग न मोह्यो, जादूगारी बांसुरी ।
कृष्ण-ओ ! राधा थांने पाछी दे देस्यां जी-२
एक बर तो देद्यो उधारी बांसुरी ।
कवि-राधा थे कांई पुन्य कमाया जी-२
वश में थारे दोन्यू गिरधारी बांसुरी
भजन के बोल :-
कृप्या यह भजन लिरिक्स ब्लॉग कॉपीराइट है इसलिए उपयोग में लेने से पहले bhaktibhajandiary@gmail.com पर सम्पर्क जरुर करे||
प्रकाशित: 16 May, 2025
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