Kab Se Bula Raha Hun Hey Nath Bhajan Lyrics | कब से बुला रहा हूँ हे नाथ चले आओ भजन
कब से बुला रहा हूँ, हे नाथ चले आओ ।। टेर ।।
कब से बुला रहा हूँ, हे नाथ चले आओ
मैं आस में खड़ा हूँ, दर्शन मुझे दिखाओ
कब से बुला रहा हूँ, हे नाथ चले आओ ॥
मेरे खातिर एक बार प्रभु, मेरे सन्मुख आ जाओ,
उलझन हैं जितने जीवन में, तुम पार लगा जाओ,
आ आ
मेरे खातिर एक बार प्रभु, मेरे सन्मुख आ जाओ,
उलझन हैं जितने जीवन में, तुम पार लगा जाओ,
गम लेकर कहाँ जाऊं, इतना मुझे बताओ,
कब से बुला रहा हूँ, हे नाथ चले आओ ॥
मैं सुना हूँ सबकी मन्नतें, तुम पूरी करते हो,
दुनिया में दुखियों के, सारे दुःख हरते हो,
आ आ
मैं सुना हूँ सबकी मन्नतें, तुम पूरी करते हो,
दुनिया में दुखियों के, सारे दुःख हरते हो,
साँसे थम ना जाये, दिल से मुझे लगाओ,
कब से बुला रहा हूँ, हे नाथ चले आओ ॥
✅ FAQs (Frequently Asked Questions in Hindi):
प्रश्न 1: "कब से बुला रहा हूँ हे नाथ चले आओ" भजन का क्या अर्थ है?
उत्तर: यह भजन भक्त की उस पुकार को दर्शाता है जिसमें वह अपने ईष्ट देवता (नाथ) से विनती करता है कि वे उसकी पुकार सुनकर उसके जीवन में प्रकट हों।
प्रश्न 2: यह भजन किसने लिखा है?
उत्तर: इस भजन के रचयिता की पुष्टि नहीं है, लेकिन यह एक पारंपरिक भक्ति गीत है जो विभिन्न सत्संगों और भजन मंडलियों में गाया जाता है।
प्रश्न 3: यह भजन किसके लिए गाया जाता है?
उत्तर: यह भजन सामान्यतः भगवान श्रीकृष्ण, श्रीराम, या किसी भी ईष्ट देव के प्रति भक्तिपूर्वक समर्पित होता है।
प्रश्न 4: क्या इस भजन का उपयोग ध्यान या भक्ति में किया जा सकता है?
उत्तर: हाँ, यह भजन भक्ति, ध्यान, आरती या किसी आध्यात्मिक साधना के दौरान बहुत प्रभावशाली होता है।
प्रश्न 5: यह भजन किस भाषा में है?
उत्तर: यह भजन हिंदी भाषा में है और इसमें भक्त की गहन भावना को सरल शब्दों में व्यक्त किया गया है।
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