गिरधारी आज मायरो भर दे नेनी बाई को | Nani Bai Ko Mayro Bhajan Lyrics In Hindi
प्रकाशित: 17 Jun, 2025
"गुरुदेव के चरणों की, गर धुल जो मिल जाए – सच्च कहता हूँ मेरी, तक़दीर बदल जाए।"
यह कोई साधारण पंक्ति नहीं, बल्कि शिष्य की उस परम श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक है, जो अपने गुरु के चरणों की धूल को भी अमृत मानता है।
गुरु न केवल ज्ञान का स्रोत होते हैं, बल्कि हमारे जीवन की दिशा को भी बदलने वाले शक्ति-स्रोत होते हैं। यह भजन, "गुरुदेव के चरणों की..." एक साधक की आत्मा से निकली वह पुकार है, जिसमें केवल प्रेम, समर्पण और आस्था की झलक मिलती है।
📜 पूर्ण भजन के बोल
गुरुदेव के चरणों की, गर धुल जो मिल जाए |
सच्च कहता हूँ मेरी, तकदीर बदल जाए ||
गुरुदेव के चरणों की.....
बालक अज्ञानी हूँ, कैसे तेरा ध्यान धरूँ |
तेरे ज्ञान का जो साया, इस दीन पे पड़ जाए ||
गुरुदेव के चरणों की.....
तेरे चरणों का साया, गुरु स्वर्ग से प्यारा है |
मिटटी तेरे चरणों की, इक्क वार जो मिल जाए ||
गुरुवर तेरे चरणों की.....
सुनते हैं तेरी कृपा, दिन रात बरसती है |
इक्क बूँद जो मिल जाए, किस्मत ही सँवर जाए ||
गुरुदेव के चरणों की.....
गुरुदेव के चरणों की, गर धुल जो मिल जाए |
सच्च कहता हूँ मेरी, तकदीर बदल जाए ||
गुरुदेव के चरणों की.....
In English Font
Gurudev Ke Charno Ki, Gar Dhul Jo Mil Jaaye
Sachh Kehta Hoon Meri, Takdeer Badal Jaaye ||
Gurudev Ke Charno Ki.....
Baalak Agyani Hoon, Kaise Tera Dhyaan Dharoon
Tere Gyaan Ka Jo Saaya, Is Deen Pe Pad Jaaye ||
Gurudev Ke Charno Ki.....
Tere Charno Ka Saaya, Guru Swarg Se Pyaara Hai
Mittii Tere Charno Ki, Ikk Vaar Jo Mil Jaaye ||
Guruvar Tere Charno Ki.....
Sunte Hain Teri Kripaa, Din Raat Barasti Hai
Ikk Boond Jo Mil Jaaye, Kismat Hi Sanwar Jaaye ||
Gurudev Ke Charno Ki.....
Gurudev Ke Charno Ki, Gar Dhul Jo Mil Jaaye
Sachh Kehta Hoon Meri, Takdeer Badal Jaaye ||
Gurudev Ke Charno Ki.....
1. चरणों की धूल – भाग्य बदलने की शक्ति
भक्त कहता है कि यदि गुरुदेव के चरणों की धूल भी मिल जाए, तो उसकी किस्मत ही बदल सकती है। यह पंक्ति दर्शाती है कि गुरु का आशीर्वाद जीवन के हर अंधकार को मिटा सकता है।
2. अज्ञानता में डूबा बालक – गुरु से ज्ञान की याचना
"बालक अज्ञानी हूँ, कैसे तेरा ध्यान धरूँ..."
भक्त अपने आपको अज्ञानी मानकर गुरुदेव से कृपा की याचना करता है कि वो उसकी सोच पर अपने ज्ञान की छाया डालें।
3. गुरु का साया – स्वर्ग से भी प्यारा
गुरु के चरणों की छांव को स्वर्ग से भी ऊँचा स्थान दिया गया है। यह दर्शाता है कि एक सच्चे गुरु के बिना जीवन अधूरा है।
4. कृपा की एक बूँद भी काफी है
"सुनते हैं तेरी कृपा, दिन-रात बरसती है..."
गुरु की कृपा की एक बूँद भी अगर किसी को मिल जाए, तो उसकी किस्मत संवर सकती है। यह भजन पूर्ण रूप से गुरु-कृपा पर विश्वास जताता है।
सनातन संस्कृति में कहा गया है –
"गुरु ब्रह्मा, गुरु विष्णु, गुरु देवो महेश्वरः।
गुरु साक्षात् परब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः॥"
गुरु को तीनों देवों का स्वरूप माना गया है। उनके बिना आत्मा का जागरण संभव नहीं। यह भजन उसी परंपरा का संवाहक है, जो हमें गुरुओं के चरणों में समर्पण की भावना सिखाता है।
यह भजन हमें याद दिलाता है कि जीवन में सच्चा परिवर्तन बाहरी चीज़ों से नहीं, बल्कि आंतरिक जागृति और गुरु के आशीर्वाद से आता है।
गुरुदेव के चरणों की धूल – यह केवल एक भौतिक वस्तु नहीं, बल्कि भक्ति, श्रद्धा और आत्मिक उन्नति का प्रतीक है।
जय गुरुदेव! 🙏
प्रकाशित: 17 Jun, 2025
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