अब कैसे होवे जग में जीवणो म्हारी हेली भजन लिरिक्स

    हेली भजन

    • 26 Apr 2025
    • Admin
    • 706 Views
    अब कैसे होवे जग में जीवणो म्हारी हेली भजन लिरिक्स

    अब कैसे होवे जग में जीवणो म्हारी हेली ,
    लागा शब्द रा तीर ।

    घर गया कामण लड़े म्हारी हेली ,
    भाई गिणे नहीं भीर ।
    ज्यांरा मुरसद घरे नहीं म्हारी हेली ,
    नैणां में बरसे नीर ।
    अब कैसे होवे जग में जीवणो म्हारी हेली ,
    लागा शब्द रा तीर ।

    कर जोड्या कामण खड़ी म्हारी हेली ,
    ओढ़ण बहु रंग चीर ।
    सतगुरु मिळिया म्हाने सागड़ी म्हारी हेली ,
    आछी बंधाई धीर ॥
    अब कैसे होवे जग में जीवणो म्हारी हेली ,
    लागा शब्द रा तीर ।

    काय रे बादळिया री छांवली म्हारी हेली ,
    काँई नुगरां री प्रीत ।
    काँई रे नाडोल्यां में नावणो म्हारी हेली ,
    पड़ियो समद में सीर ॥
    अब कैसे होवे जग में जीवणो म्हारी हेली ,
    लागा शब्द रा तीर ।

    हर दरियाव अथंग जळ भरियो हेली ,
    हंसा चुगे नित हीर ।
    शबद भळाऊ संग ले चलो म्हारी हेली ,
    कह गया दास कबीर ।
    अब कैसे होवे जग में जीवणो म्हारी हेली ,
    लागा शब्द रा तीर ।

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