आज का हिन्दू पंचांग (05 मई 2025) | भक्ति, भजन, व्रत पर्व, राशिफल, दोष निवारण और स्नान विधि

    आज का पंचांग

    • 4 May 2025
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    आज का हिन्दू पंचांग (05 मई 2025) | भक्ति, भजन, व्रत पर्व, राशिफल, दोष निवारण और स्नान विधि

    🌞 आज का हिन्दू पंचांग ( 05 - मई - 2025 ) 🌞

    दिनांक: 05 मई 2025
    दिन: सोमवार
    विक्रम संवत्: 2082
    अयन: उत्तरायण
    ऋतु: ग्रीष्म
    मास: वैशाख
    पक्ष: शुक्ल
    तिथि: अष्टमी (सुबह 07:35 तक, तत्पश्चात नवमी)
    नक्षत्र: अश्लेशा (दोपहर 02:01 तक, तत्पश्चात मघा)
    योग: वृद्धि (रात्रि 12:20 तक, मई 06 तक तत्पश्चात ध्रुव)
    राहुकाल: सुबह 07:42 से 09:20 तक (अहमदाबाद मानक समयानुसार)
    सूर्योदय: 06:04
    सूर्यास्त: 07:09 (अहमदाबाद मानक समयानुसार)
    दिशा शूल: पूर्व दिशा में
    ब्रह्ममुहूर्त: प्रातः 04:37 से 05:20 तक (अहमदाबाद मानक समयानुसार)
    अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:10 से 01:03 तक
    निशिता मुहूर्त: रात्रि 12:14 से 12:58 तक (अहमदाबाद मानक समयानुसार)

    व्रत पर्व विवरण:

    • मासिक दुर्गाष्टमी

    • सीता नवमी

    • बगलामुखी जयंती

    विशेष:

    • अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है।

    • नवमी को लौकी खाना गोमांस के समान त्याज्य है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण)


    स्वास्थ्य प्रदायक स्नान विधि

    क्र. विधि विवरण
    1 स्नान समय सूर्योदय से पहले स्नान करना चाहिए।
    2 मालिश स्नान से पहले आधे घंटे तक मालिश करें।
    3 स्नान के दौरान स्तोत्रपाठ, कीर्तन या भगवन्नाम का जप करें।
    4 पानी डालने का तरीका पहले सिर पर पानी डालें, फिर पूरे शरीर पर।
    5 गर्म पानी से स्नान गले से नीचे के शारीरिक भाग पर गुनगुने पानी से स्नान करें। सिर पर गर्म पानी से बचें।
    6 नेत्रज्योति बढ़ाने के लिए स्नान के दौरान मुँह में पानी भरकर आँखों को पानी से भरे पात्र में डुबायें।
    7 निर्वस्त्र स्नान निर्वस्त्र होकर स्नान करना निषेध है।
    8 जल में मल-मूत्र विसर्जन नदी, कुएँ या सरोवर में स्नान करते समय जल में मल-मूत्र का विसर्जन न करें।

    राशिफल (Rashifal) – 05 मई 2025

    राशि राशिफल
    मेष (Aries) आज आपका दिन खुशहाल रहेगा। किसी पुराने मित्र से मिलकर अच्छा लगेगा। ध्यान रखें कि कोई भी कार्य बिना सोच-समझे न करें।
    वृषभ (Taurus) परिवार में सुख और शांति का माहौल रहेगा। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, लेकिन स्वास्थ्य पर ध्यान दें।
    मिथुन (Gemini) किसी नई यात्रा पर जाने का मन बनेगा। रिश्तों में मजबूती आएगी, लेकिन किसी से अनबन हो सकती है।
    कर्क (Cancer) काम में वृद्धि होगी और आपको कुछ नए अवसर मिल सकते हैं। दांपत्य जीवन में प्रेम बढ़ेगा।
    सिंह (Leo) समय का सही उपयोग करें, खासकर कार्यों में। किसी पुराने कार्य में सफलता मिल सकती है।
    कन्या (Virgo) मानसिक शांति की प्राप्ति होगी। परिवार के साथ अच्छा समय बिता सकेंगे। थोडा सावधानी से काम लें।
    तुला (Libra) आज आपके सामने कुछ चुनौतीपूर्ण स्थितियाँ आ सकती हैं, लेकिन आपका आत्मविश्वास आपको सफल बनाएगा।
    वृश्चिक (Scorpio) करियर में बदलाव आ सकता है, लेकिन सोच-समझ कर निर्णय लें। किसी पुराने मित्र से मदद मिल सकती है।
    धनु (Sagittarius) स्वास्थ्य का ध्यान रखें। किसी नई शुरुआत के लिए यह समय अच्छा है। दाम्पत्य जीवन में सौम्यता बढ़ेगी।
    मकर (Capricorn) आज आपकी मेहनत का फल मिलेगा। पुराने कार्यों में सफलता मिलने के आसार हैं। कार्यक्षेत्र में सम्मान मिलेगा।
    कुम्भ (Aquarius) विदेश यात्रा का योग बन सकता है। पुराने संबंधों को मजबूत करने का समय है।
    मीन (Pisces) आज आपके कार्यक्षेत्र में वृद्धि होगी। मानसिक शांति मिलेगी। परिवार में एकता का माहौल रहेगा।

    राशिदोष (Rashidosh) और दोष निवारक उपाय

    दोष निवारक उपाय
    मंगल दोष किसी पीपल के वृक्ष के नीचे 108 बार "ॐ हनुमते नमः" का जप करें।
    शनि दोष शनिदेव की पूजा करें और तेल का दान करें।
    राहु दोष गाय को हरा चारा खिलाएं और काले तिल का दान करें।
    केतु दोष पीले वस्त्र पहनें और बड़ के वृक्ष के नीचे 108 बार "ॐ केतवे नमः" का जाप करें।

    स्नान के प्रकार - मन:शुद्धि के लिए

    स्नान प्रकार समय उद्देश्य
    ब्रह्म स्नान ब्राह्ममुहूर्त ब्रह्म-परमात्मा का चिंतन करते हुए स्नान करें।
    देव स्नान सूर्योदय से पहले देवताओं का स्मरण करते हुए स्नान करें।

    समयानुसार स्नान

    स्नान प्रकार समय विवरण
    ऋषि स्नान ब्राह्ममुहूर्त आकाश में तारे दिखते हों तो ऋषि स्नान करें।
    मानव स्नान सूर्योदय के पूर्व सामान्य स्नान करें।
    दानव स्नान सूर्योदय के बाद चाय-नाश्ता करने के बाद स्नान करें।
    करने योग्य स्नान ब्राह्म-स्नान, देव स्नान, ऋषि स्नान यह स्नान विशेष रूप से करना चाहिए।

    स्नान से संबंधित कुछ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी

    विषय विवरण
    रात्रि स्नान रात्रि में या संध्या के समय स्नान न करें। ग्रहण के समय रात्रि में भी स्नान कर सकते हैं।
    दौड़कर स्नान दौड़कर आने पर या पसीना निकलने के बाद स्नान न करें।
    स्नान के बाद मालिश स्नान के बाद तेल की मालिश न करें।
    स्नान के बाद कपड़े स्नान के बाद सूती और धुले हुए वस्त्र पहनें।
    उबटन का उपयोग त्वचा की स्वच्छता के लिए साबुन की जगह उबटन का प्रयोग करें।

    FAQ (Frequently Asked Questions)

    1. क्या किसी भी दिन स्नान किया जा सकता है?
    उत्तर: नहीं, विशेष रूप से ग्रहण के समय, रात्रि में और संध्या के समय स्नान से बचना चाहिए। हालांकि, ग्रहण के दौरान स्नान करने के विशेष नियम होते हैं।

    2. क्या स्वास्थ्य के लिए गर्म पानी से स्नान करना उचित है?
    उत्तर: गर्म पानी से स्नान करना शरीर के लिए अच्छा होता है, लेकिन सिर पर गर्म पानी से बचना चाहिए। सिर पर गर्म पानी डालने से बालों और नेत्र शक्ति को नुकसान हो सकता है।

    3. क्या राशिदोष का असर सभी पर होता है?
    उत्तर: राशिदोष का प्रभाव व्यक्ति की जन्मकुंडली पर निर्भर करता है। यदि किसी व्यक्ति को दोष का असर महसूस हो, तो उसे उपाय करने चाहिए।


    🌞🚩🚩 " जय हो श्री दधिमती मात की " 🚩🚩🌞

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