मेरे दाता के दरबार में सब लोगो का खाता भक्ति भजन लिरिक्स
प्रकाशित: 01 Jun, 2025
शेर:-
सभी को आपने उबारा है मुझे भी मेरे श्याम,
तुम्हारा ही सहारा है।
समझकर आपको, अपना जग में
तुम्हारा 'लखा' ये पुकारा है ।।
श्याम थारी श्रोल्यू आवे जी-२
म्हांने रात दिनां नः चन पड़े-२
थारी याद सतावे जी टेर ।
रंग बसन्ती फीको लागे,
केशर की क्यारी, श्याम बिन केशर
मोर पपीहा की बोली भी-२, लागे क्यों खारी,
बाबाजी म्हाने कुछ ना भावे जी । १। म्हाने.......
बेगा आज्यो कृष्ण कन्हाई,
राह तकू थारी.
श्यामजी राह ........
थां बिन धीर धरे नहीं मनड़ो. मोहन गिरधारी ।
धीर अब कोण बधावे जो । २ । म्हांने ............
आवो रंग गुलाल हाथ में.
लेकर पिचकारी श्याम जी ले
भक्तां संग बाबा खेलों. होली मतवारी.
प्रीत या गुण आ जावे जी । ३। म्हाने.......
प्रकाशित: 01 Jun, 2025
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