Hansla Pivo Naam Ka Payal : हँसला पिवो नाम का प्याला काया हंसला भजन लिरिक्स
हँसला पिवो नाम का प्याला - बालयति जी महाराज के भजन
"हँसला पिवो नाम का प्याला" बालयति जी महाराज का एक अद्भुत भजन है, जो आत्मिक शांति, भक्ति और गुरु के प्रति श्रद्धा को प्रकट करता है। इस भजन के माध्यम से बालयति जी महाराज ने भक्तों को राम नाम की महिमा समझाई है और जीवन के पापों से मुक्त होने के लिए गुरू की शरण में जाने का संदेश दिया है।
यह भजन हमें जीवन के कठिनतम समय में गुरु की शरण लेने और राम के नाम का जप करने की प्रेरणा देता है।
भजन के बोल (Lyrics)
हँसला पिवो नाम का प्याला
पिकर प्याला निर्मल होज्या जपो गुराँ की माला।॥टेर।।
गंगा, यमुना बहे सुखमणा ज्यां का नीर निर्मला।
तन मन धार न्हाले जुगत से करिया पाप कटेला।
गिगन मण्डल में अमृतधारा बिरला अभी पिवेला।
पिकर प्याला धुन में लाग्या, खुल्या भर्म का ताला ।।1।।
गुरूजी की सैन समझ कर राँखो होवे घट उजियाला।
राम नाम को बँण ब्योपारी करी काल की टाला ।।
गुलाबयति गुरू सामर्थ दाता देवे सबको हेला।
गंगायति कहे समझावे, धोले मन का मेला ।।4।।
भजन का अर्थ और संदेश
"हँसला पिवो नाम का प्याला" भजन का संदेश बहुत गहरा है। इसमें बालयति जी महाराज ने भक्तों को राम के नाम के जप से जीवन की समस्याओं और पापों से मुक्ति पाने की सलाह दी है।
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प्याला और निर्मलता
पहले शेर में गुरु के नाम के जप को एक "प्याले" के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जो पवित्र और निर्मल है। जब हम गुरु के नाम का जप करते हैं, तो हमारा मन और तन शुद्ध हो जाते हैं, जैसे गंगा और यमुना के पवित्र जल से शरीर को स्नान कराना। -
गुरु का महत्व
दूसरे शेर में गुरु की शरण लेने का महत्व बताया गया है। गुरु के आदेश से जीवन में प्रकाश आता है और अज्ञानता का अंधकार दूर होता है। -
राम नाम का प्रभाव
तीसरे शेर में राम नाम के जप को व्यापार के रूप में वर्णित किया गया है, जो काल और मृत्यु से बचाव का उपाय है। -
गुलाबयति का आशीर्वाद
चौथे शेर में गुरु का आशीर्वाद पाने से जीवन के सारे संकट समाप्त हो जाते हैं और मन के सारे मेला धोकर शुद्ध हो जाते हैं।
भजन से जुड़ी कुछ FAQS (Frequently Asked Questions)
1. "हँसला पिवो नाम का प्याला" का अर्थ क्या है?
इसका अर्थ है कि गुरु के नाम का जप करके जीवन को पवित्र बनाना। जब हम गुरु के नाम का जाप करते हैं, तो यह एक प्याले के समान है, जो हमारे भीतर की सभी नकारात्मकता और पापों को धो डालता है।
2. यह भजन किसने लिखा है?
यह भजन बालयति जी महाराज ने लिखा है। वे भक्तिपंथी संत थे जिन्होंने भक्ति का प्रचार किया और राम के नाम का जप करने का महत्व बताया।
3. "गुरुजी की सैन समझ कर राँखो होवे घट उजियाला" का क्या मतलब है?
इसका मतलब है कि जब हम गुरु की बातों को सही समझकर अपने जीवन में लागू करते हैं, तो हमारा जीवन एक उजियाले की तरह चमकने लगता है। गुरु के मार्गदर्शन से हम अज्ञानता के अंधकार से बाहर निकलते हैं।
4. क्या राम नाम का जप हर किसी के लिए जरूरी है?
हाँ, राम नाम का जप हर किसी के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आत्मा को शुद्ध करता है और जीवन के सारे संकटों को दूर करता है। राम के नाम का जप करने से जीवन में शांति और सुख प्राप्त होता है।
5. गंगा और यमुना के पानी को क्यों जोड़ा गया है इस भजन में?
गंगा और यमुना को पवित्र नदियाँ माना जाता है, जिनका जल शुद्ध करने वाला होता है। भजन में यह बताया गया है कि राम के नाम का जप करने से हमारे तन और मन की पवित्रता भी गंगा और यमुना के जल जैसी हो जाती है।
6. भजन के माध्यम से बालयति जी महाराज क्या सिखाना चाहते हैं?
बालयति जी महाराज इस भजन के माध्यम से हमें यह सिखाते हैं कि राम के नाम का जप हमारे जीवन के लिए सबसे बड़ा उपहार है। यह नाम हमें मानसिक शांति, शुद्धता और परमात्मा से जोड़ने में मदद करता है।
निष्कर्ष
"हँसला पिवो नाम का प्याला" एक अत्यंत प्रेरणादायक भजन है जो हमें जीवन की कठिनाइयों से उबारने और मानसिक शांति पाने के लिए गुरु के नाम का जप करने की प्रेरणा देता है। यह भजन हमें यह समझाता है कि गुरु का मार्गदर्शन और राम के नाम का जप ही जीवन के सभी दुखों का समाधान है।
आप भी इस भजन को जपकर अपने जीवन को राम के नाम से पवित्र कर सकते हैं और गुरु के आशीर्वाद से अपने पापों से मुक्ति पा सकते हैं।
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