हंसला चेतावनी वाणी भजन | लिखित लिरिक्स हिंदी में
चल हंसा उस देश समद जहा मोती रे भजन हिंदी लिरिक्स
WhatsApp Group
Join Now
Telegram Group
Join Now
चल हंसा उस देश समद जहा मोती रे |
मोती समद जहा मोती समद जहा मोती रे ||
चल हंसा उस देश निराला, बिन शशि भान रहे उजियारा |
जहा लागे ना चोट काल की, जगामग ज्योति रे || चल हंसा ||
जब चलने की करी तैयारी, माया जाल फंस्या अतिभारी |
करले सोच विचार घड़ी दोय, होती रे || चल हंसा ||
चाल पड्या जद दुविधा छूटी, पिछली प्रीत कुटुंब से टूटी |
हंसा भरी उड़ान, हंसिनी रोती रे || चल हंसा ||
जाय किया समदर में बासा, फेर नहीं आवण की आशा |
गावै भानीनाथ, मोत सिर सोती रे || चल हंसा ||
WhatsApp Group
Join Now
Telegram Group
Join Now
Leave Message