हंसला चेतावनी वाणी भजन | लिखित लिरिक्स हिंदी में
बंदा आखिर में पछतासी रे, दो दिन की जिन्दगानी सागे क्ये ले ज्यासी रे लिरिक्स
WhatsApp Group
Join Now
Telegram Group
Join Now
बंदा आखिर में पछतासी रे,
दो दिन की जिन्दगानी सागे क्ये ले ज्यासी रे । टेर।।
धन माया की भरी तिजोरी संग चले ना धेलो,
रूक ज्याय कंठ दसो दरवाजा जाणु पड़े अकेलो ।।
दो दिन की जिन्दगानी सागे क्ये ले ज्यासी रे । टेर।।
जमका आकर घेटी पकड़, घाल गला में फांसी,
मार मार कर खाब उघाड़ दे, लोथ गंडकड़ा खासी ।।
दो दिन की जिन्दगानी सागे क्ये ले ज्यासी रे । टेर।।
बड़ा बड़ा बलवान हो गया के लेगा वह सागे,
मूर्ख के जब होय चान्दणु, जूता सिर में लागे ।।
दो दिन की जिन्दगानी सागे क्ये ले ज्यासी रे । टेर।।
पापी बेईमान जगत में, बदनामी सिर धरग्या,
हरिनारायण शर्मा कहता भजने कर्खा सो तिरगा ।।
दो दिन की जिन्दगानी सागे क्ये ले ज्यासी रे । टेर।।
WhatsApp Group
Join Now
Telegram Group
Join Now
Leave Message