गले से लगा लो ना साँवरिया | Gale Se Laga Lo Na Sawariya Lyrics in Hindi
प्रकाशित: 16 May, 2025
हर सप्ताह का रविवार विशेष होता है, क्योंकि यह दिन समर्पित होता है सूर्य देव को – जो नवग्रहों में सबसे तेजस्वी, शक्तिशाली और पूजनीय माने जाते हैं। “आज रविवार है, सूर्य देव का वार है” एक लोकप्रिय भजन है जो सूर्य देव की महिमा और शक्ति को भावपूर्ण शब्दों में दर्शाता है।
आज रविवार है सूर्य देव का वार है भजन लीरिक्स
आज रविवार है सुरये देव का वार है।
इन से जग उजयार है।
नव ग्रहो में शक्तिशाली महिमा अप्रम पार है।
नव ग्रहो में सूर्ये देव ही सब से पहले आते है।
बाकी सारे ग्रह तो इनकी परिकर्मा लगाते है।
तेज तो अपार है सूर्ये देव का वार है।
नव ग्रहो में शक्तिशाली महिमा अप्रम पार है।
रवि वार को सूर्ये देव को जल जो अर्पित करते है।
पाप ताप से मुक्त होते खाली झोली बारते है।
भव से होते पार है सूर्ये देव का वार है।
नव ग्रहो में शक्तिशाली महिमा अप्रम पार है।
यम यमुना शनि देव जी इनका तो परिवार है।
जिनकी तेज से तीनो लोक में हो जाता उजयार है।
मिट जाता अंधियार है सूर्ये देव का वार है।
नव ग्रहो में शक्तिशाली महिमा अप्रम पार है।
माँ गायत्री मंतर है प्यारा सूर्य देव को भाता है।
रविवार को एक माला मंत्र जो ये जप जाता है।
हो जाता उधार हिअ सूर्ये देव का वार है।
नव ग्रहो में शक्तिशाली महिमा अप्रम पार है।
आज रविवार है सुरये देव का वार है।
इन से जग उजयार है।
नव ग्रहो में शक्तिशाली महिमा अप्रम पार है।
"आज रविवार है, सूर्य देव का वार है" न सिर्फ एक भजन है, बल्कि यह हमें यह याद दिलाने वाला गीत है कि सूर्य देव का पूजन, उनकी आराधना और उनके प्रति श्रद्धा जीवन को प्रकाशमय और सकारात्मक बना सकती है।
🙏 हर रविवार, कुछ समय निकालें सूर्य देव की पूजा के लिए और अपने जीवन को उज्ज्वल बनाएं।
प्रकाशित: 16 May, 2025
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