पणघट को रे श्याम बड़ो ही रसियो रे पूराने धमाल लिरिक्स

    धमाल गीत

    • 27 Mar 2025
    • Admin
    • 721 Views
    पणघट को रे श्याम बड़ो ही रसियो रे पूराने धमाल लिरिक्स

    ऐहे… पणघट को रे श्याम बड़ो ही रसियो रे,
    पणघट को,
    पणघट को रे श्याम बड़ो ही रसियो रे,
    पणघट को,

    बड़ो ही रसियो रे, कान्हो मन बसियो रे,
    पणघट को,


    ऐहे… कांछा की ओठ छिप्यो रे मन मोहन,
    अरे गोपियाँ ने रोच दिखाव तसियो रे,
    पणघट को,

    पणघट को रे श्याम बड़ो ही रसियो रे,
    पणघट को,


    ऐहे… सब रे सखियाँ तो जळ भरणे आयी रे,
    अरे मन मोहन में बांको मन बसियो रे,
    पणघट को,

    पणघट को रे श्याम बड़ो ही रसियो रे,
    पणघट को,


    ऐहे… हंस हंस मीठी रे मीठी बात बणाव रे,
    अरे मटकी तो फोड़के रे श्याम हसियों रे,
    पणघट को,

    पणघट को रे श्याम बड़ो ही रसियो रे,
    पणघट को,


    ऐहे… चंद्र सखी शरणागत आयी रे,
    अरे चरण कमल में म्हारो चित्त बसियो रे,
    पणघट को,

    पणघट को रे श्याम बड़ो ही रसियो रे,
    पणघट को,


    बड़ो ही रसियो रे, कान्हो मन बसियो रे,
    पणघट को,

    पणघट को रे श्याम बड़ो ही रसियो रे,
    पणघट को,

    होली के और भी प्रसिद्ध धमाल नीचे देख सकते हैं|

    Share This Post:
    WhatsApp Group Join Now
    Telegram Group Join Now

    Popular Bhajan Lyrics

    Stay Connected With Us