मेरे सिर से उतर गई गागरीया लिरिक्स | Mere Sir Se Utar Gayi Gagariya Lyrics
जल भरन जात जमुना कि घाट।
वहां ठाढो नंन्द जी को सांवरी या ।। टेर ।।
जल भरन जात जमुना कि घाट।
वहां ठाढो नंन्द जी को सांवरी या ।
जल भरत भरत पग फिसल गयो।
मेरे सिर से उतर गई गागरीया ।
तानाधिन तानाधिन । धीनता धीनता ताना ।
गावत मीठी रागिनीया
पतली सी कमर चीते सी लचक ।
मेरी रीम झीम कर गई पायलीया ।
जल भरन जात जमुना कि घाट ।
वहां ठाढो नंन्द जी सांवरीया ।
जल भरत भरत पग फिसल गयो ।
मेरे सिर से उतर गई गागरीयां ।। टेर ।।
दही बेचन मत जावे गुजरी।
आगे मील गया सांवरी यो ।
मटकी फुडाने मारो दही रो दुलावे।
मारा मन को करजया बावरीया
जल भरन जात जुमना कि घाट ।
वहां अढो नंन्द जी को सांवरीया
जल भरत भरत पग फिसल गयो ।
मेरे सिर से उतर गई गागरीया ।। टेर ।।
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🙏 FAQs – मेरे सिर से उतर गई गागरीया भजन के बारे में
Q1: यह भजन किस शैली में है?
यह एक पारंपरिक राजस्थानी लोक भजन है, जिसमें भावनात्मक गहराई और भक्ति का समावेश है।
Q2: 'गागरीया' का क्या अर्थ है?
‘गागरीया’ का अर्थ है मटकी या जल पात्र, जिसे सिर पर रखकर महिलाएं पानी भरने जाती हैं।
Q3: 'मेरे सिर से उतर गई गागरीया' का भाव क्या है?
यह पंक्ति एक रूपक है – जिसमें मटकी गिरना वियोग, कर्म, या आध्यात्मिक संकेत को दर्शाता है।
Q4: क्या यह भजन किसी देवी या देवता को समर्पित है?
यह भजन भक्ति और जीवन की प्रतीकात्मकता से जुड़ा है। कुछ संस्करणों में इसे श्याम बाबा या देवी भक्ति से भी जोड़ा जाता है।
Q5: यह भजन किस अवसर पर गाया जाता है?
यह भजन आमतौर पर राजस्थानी लोक महोत्सव, कीर्तन, और भजन संध्या में गाया जाता है।
Q6: क्या इसका वीडियो या ऑडियो वर्ज़न उपलब्ध है?
हाँ, यह भजन यूट्यूब और कई संगीत ऐप्स जैसे Spotify, JioSaavn आदि पर उपलब्ध है।
Q7: क्या यह बच्चों को सिखाने योग्य है?
हाँ, यह एक संस्कृति-संपन्न और भावनात्मक रूप से मजबूत भजन है जिसे बच्चों को सिखाया जा सकता है।
Q8: क्या इसका अंग्रेजी अनुवाद उपलब्ध है?
कुछ भजन वेबसाइट्स पर इसका Romanized व अंग्रेजी अर्थ भी उपलब्ध है।
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