काई जादू कर दीनो मोहन याद आव छ | Krishna Bhajan Lyrics in Hindi
काई जादू कर दीनो मोहन याद आव छ ।। टेर ।।
काई जादू कर दीनो मोहन, याद आव छ
थारी सूरत, थारी बंसी, याद आव छे।
नैना री डोर, मोहन, थारे संग जुडी,
सपनो म्हारो, मोहन, थारे संग बुनी,
प्रेम री डोर, मोहन, थारे संग लगी,
थारी मुरली, मोहन, याद आव छ।
मोहन, म्हारो मनडो, थारे नाम लीवे,
धड़कन म्हारा री, मोहन, थारे गुण गावे,
थारो नाम, मोहन, म्हारो जीवन,
थारी लीला, मोहन, याद आव छ।
काई जादू कर दीनो मोहन, याद आव छ,
थारी सूरत, थारी बंसी, याद आव छ
✅ FAQs (Frequently Asked Questions):
❓ "काई जादू कर दीनो मोहन याद आव छ" भजन किसके बारे में है?
👉 यह भजन श्रीकृष्ण के रूप, प्रेम और लीलाओं की याद में गाया गया है। इसमें मोहन के जादू जैसे आकर्षण की बात की गई है।
❓ इस भजन के बोल कहाँ पढ़ सकते हैं?
👉 आप इस वेबसाइट पर भजन के सम्पूर्ण लिरिक्स हिंदी भाषा में प्राप्त कर सकते हैं।
❓ यह भजन किसने गाया है?
👉 इस भजन को विभिन्न लोक और भजन गायकों ने गाया है। क्षेत्रीय संस्करणों में यह खासा लोकप्रिय है।
❓ "मोहन" किसे कहा गया है?
👉 "मोहन" श्रीकृष्ण का एक प्रिय नाम है, जिसका अर्थ होता है—जो मोहित कर दे।
❓ क्या यह भजन यूट्यूब या अन्य म्यूजिक प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध है?
👉 हाँ, यह भजन कई भक्ति चैनलों और म्यूजिक स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध है।
❓ क्या यह एक राजस्थानी या ब्रज भाषा का भजन है?
👉 यह भजन ब्रज/राजस्थानी भाव में रचा गया है और श्रीकृष्ण के प्रति गहरी श्रद्धा को प्रकट करता है।
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