Ve Sunarya Karma Waleya Bhajan Lyrics | वे सुनरिया कर्मा वालिया भजन लिरिक्स
प्रकाशित: 09 Jul, 2025
जो प्रेम गली में आए नही लिरिक्स
कृष्णा भजन संग्रह
जो प्रेम गली में आया नहीं,
प्रियतम का ठिकाना क्या जाने,
जिसने कभी प्रेम किया ही नहीं,
वो प्रेम निभाना क्या जानें,
जो प्रेम गली में आए नही ॥
जो वेद पढ़े और भेद करे,
मन में नहीं निर्मलता आए,
कोई कितना भी चाहे ज्ञान कहे,
भगवान को पाना क्या जाने,
जो प्रेम गली में आये नहीं,
प्रियतम का ठिकाना क्या जाने,
जो प्रेम गली में आये नहीं ॥
ये दुनिया गोरख धंधा है,
सब जग माया में अँधा है,
जिस अंधे ने प्रभु को देखा नहीं,
वो रूप बताना क्या जाने,
जो प्रेम गली में आये नहीं,
प्रियतम का ठिकाना क्या जाने,
जो प्रेम गली में आये नहीं ॥
जिस दिल में ना पैदा दर्द हुआ,
वो जाने पीर पराई क्या,
मीरा है दीवानी मोहन की,
संसार दीवाना क्या जाने,
जो प्रेम गली में आये नहीं,
प्रियतम का ठिकाना क्या जाने,
जो प्रेम गली में आये नहीं ॥
जो प्रेम गली में आए नहीं,
प्रियतम का ठिकाना क्या जाने,
जिसने कभी प्रेम किया ही नहीं,
वो प्रेम निभाना क्या जानें,
जो प्रेम गली में आया नहीं।।
👉 यह भजन संत कबीरदास जी द्वारा लिखा गया है, जो भक्ति आंदोलन के प्रमुख संत और कवि थे।
👉 यह भजन प्रेम, अहंकार त्याग, और आध्यात्मिक मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। कबीरदास जी बताते हैं कि प्रेम मार्ग में द्वंद्व और भ्रम के लिए जगह नहीं होती।
👉 यह भजन सामान्यतः सत्संगों, संत समागमों और ध्यान कार्यक्रमों में गाया जाता है, विशेषकर कबीर पंथियों द्वारा।
👉 इसका अर्थ है: "जो व्यक्ति प्रेम के मार्ग में आने का साहस नहीं करता, वह सच्चे अध्यात्म और भक्ति से वंचित रह जाता है।"
👉 हां, इसका सरल भाषा और गहरा अर्थ बच्चों को नैतिकता और प्रेम की शिक्षा देने में सहायक होता है।
👉 आप पूरे लिरिक्स हमारी वेबसाइट Bhakti Bhajan Diary पर पढ़ सकते हैं।
👉 हां, YouTube और अन्य भक्ति चैनलों पर इसका वीडियो रूपांतरण उपलब्ध है।
प्रकाशित: 09 Jul, 2025
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