भज ले क्यूँ न राधे कृष्णा, फेर पछताओगे | राग देश का भजन लिरिक्स
कृष्णा भजन लिरिक्स -
"राग - देश के भजन लिरिक्स"
भज ले क्यूँ न राधे कृष्णा, फेर पछताओगे॥
जिन तोकूँ पैदा किया, उसका नाम कदे नहीं लिया।
ऐसी नर देही बन्दा फेर कब पावोगे॥
भज ले क्यूँ न राधे कृष्णा, फेर पछताओगे॥
तिरिया और कुटुम्ब के खतिर, पच-पच के मर जावोगे॥
माया थारै संग न चाले रीते हाथ जावोगे॥
भज ले क्यूँ न राधे कृष्णा, फेर पछताओगे॥
एक दिन ऐसा होगा बन्दा, यम लेने को आवेंगे।
पूछेंगे हिसाब तेरा फेर क्या बतावोगे॥
भज ले क्यूँ न राधे कृष्णा, फेर पछताओगे॥
सूर के किशोर बन्दा छोड़ दे माया का फन्दा।
हरि के भजन कर पार लंघ जावोगे॥
भज ले क्यूँ न राधे कृष्णा, फेर पछताओगे॥
🔹 FAQs – भज ले क्यों न राधे कृष्णा भजन
1. "भज ले क्यों न राधे कृष्णा, फेर पछताओगे" का क्या अर्थ है?
उत्तर: इसका अर्थ है – "तू अभी राधे-कृष्ण का भजन क्यों नहीं करता? बाद में पछताना पड़ेगा।" यह एक आध्यात्मिक संदेश है जो हमें समय रहते प्रभु भक्ति की ओर प्रेरित करता है।
2. यह भजन किस राग पर आधारित है?
उत्तर: यह भजन राग देश पर आधारित है, जो अपने शांत, भक्तिमय और मधुर स्वरूप के लिए प्रसिद्ध है।
3. इस भजन को किसने गाया या रचा है?
उत्तर: यह भजन कई भक्ति गायकों द्वारा गाया गया है। इसकी रचना और गायन भिन्न-भिन्न हो सकते हैं क्योंकि यह पारंपरिक भक्ति संगीत का हिस्सा है।
4. इस भजन को कहां सुन सकते हैं?
उत्तर: आप इस भजन को YouTube, Spotify, JioSaavn और अन्य भक्ति संगीत ऐप्स पर सुन सकते हैं।
5. क्या इस भजन का उपयोग कीर्तन या सत्संग में किया जा सकता है?
उत्तर: बिल्कुल! यह भजन कीर्तन, सत्संग और व्यक्तिगत ध्यान के लिए अत्यंत उपयुक्त है और भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय है।
Leave Message