गले से लगा लो ना साँवरिया | Gale Se Laga Lo Na Sawariya Lyrics in Hindi
प्रकाशित: 16 May, 2025
भजन:- आओ म्हारे द्वार श्याम
“दोहा” –
मिलके सारे बोलियो श्याम की जै जै कार ।
जो बोलोगे प्रेम से, तो हो जाये बेड़ा पार ।।
चन्दन चौक पुरावां, मंगल कलश सजवां-२
आवो आवो जो बाबा जी म्हारे द्वार जी । टेर।
थारे मन्दिरयां में नित आवां-२
आके थारे म्हे जोत जगावां-२
थारी रात जगावां, थारे भेंट चढावां । १।
आवो आवो ...........
बाबा थारे तो दरस का म्हे प्यासा-२
पूरी करज्वो न थे मन की आशा-२
थांने चूरमो खुवावां, औरर थांने भजन सुणावां । २।
आवो आवो ...........
बाबा नीले पे चढके थे आवो-२
म्हारा मनड़ा में भक्ती जगावो-२
थारे चरणां में आवां, आके धोक लगावां । ३ ।
आवो आवो ...........
बाबा बालक प्रेम अरदास करयो थान्सु-२
बाबा मैं भी तो टाबर हूं थारो-२
म्हारा अटकोड़ा काज संवारो-२
तो ग्यारस रात जगावां, हिलमिल भजन सुणावां ।४।
आवो आवो ...........
भजन के बोल :-
कृप्या यह भजन लिरिक्स ब्लॉग कॉपीराइट है इसलिए उपयोग में लेने से पहले bhaktibhajandiary@gmail.com पर सम्पर्क जरुर करे||
प्रकाशित: 16 May, 2025
प्रकाशित: 16 May, 2025
प्रकाशित: 16 May, 2025
प्रकाशित: 16 May, 2025
प्रकाशित: 16 May, 2025
प्रकाशित: 16 May, 2025
प्रकाशित: 16 May, 2025
प्रकाशित: 16 May, 2025
प्रकाशित: 16 May, 2025
प्रकाशित: 16 May, 2025
प्रकाशित: 16 May, 2025
प्रकाशित: 16 May, 2025
प्रकाशित: 16 May, 2025
प्रकाशित: 16 May, 2025
प्रकाशित: 16 May, 2025
Leave Message